यात्रा वृतांत - बिजली महादेव जीप सफारी वाया नग्गर,जाणा-भाग1
नग्गर से जाणा फाल नग्गर गाँव – नग्गर कुल्लू घाटी का एक प्रमुख पहाड़ी कस्बा है, जिसकी अपनी समृद्ध सांस्कृतिक, आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है। कुल्लू-मनाली घाटी के ठीक बीच ब्यास नदी के बाएं तट पर बसा यह मनोरम स्थल प्रकृति प्रेमी, संस्कृति विशारदों एवं अध्यात्म प्रेमियों के बीच खासा लोकप्रिय है, जिसके अपने विशिष्ट कारण हैं। एक तो यह समुद्रतल से लगभग 6700 फीट ऊँचाई पर बसा होने के कारण हिमालयन टच वाली शीतल आबोहवा लिए हुए है। जहाँ सर्दियों में एक से दो फीट बर्फ गिरती है, तो वहीं गर्मी में भी यहाँ का मौसम खुशनुमा रहता है। नग्गर के विशेष आकर्षण – देवदार के घने जंगलों की गोद में बसा नग्गर कभी कुल्लू राजा की राजधानी (राजा विशुद्धपालल द्वारा स्थापित) हुआ करता था। आज भी राजा का महल नग्गर पैलेस (आज से लगभग 500 वर्ष पूर्व निर्मित) के नाम से एक हेरिटज होटल में तवदील है, जहाँ पर्यटक कुल्लवी संस्कृति का विहंगम दर्शन कर सकते हैं। कैसल में ही जगती पोट (एक चौकोर पत्थर की कई इंच मोटी शिला) है, जो देव-किवदंतियों के अनुसार मधुमक्खी का रुप लिए देवताओं के संयुक्त पुरुषार्थ द्वार