संदेश

मई, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

यात्रा वृतांत - मेरी पहली हवाई यात्रा, भाग2(समाप्न)

चित्र
उत्तर से दक्षिण भारत की ओर - सफर 2 घंटे का   भाग-2 - दिल्ली से हैदराबाद का हवाई सफर हमारा विमान में प्रवेश का समय हो रहा था, अनांउसमेंट होते ही हम विश्राम स्थल से कुछ दूरी पर लगे एस्कलेटर से नीचे उतरते हैं। टिकट व बोर्डिंग पास दिखाने के बाद हम इंडिगो के प्रतीक्षालय तक पहुँचते हैं, कुछ देर इंतजार करते हैं और समय होने पर अंतिम टिकट चैक के बाद बाहर खड़ी अपनी फीडर बस की लाईन में लगते हैं। और बस में बैठकर कुछ ही मिनट में खड़े विमान तक पहुँचते हैं।   पहली बार विमान को पास से देखने का कौतुक धीरे-धीरे शांत हो रहा था। उसके इँजन से लेकर साइड के पंखे व पूँछ सब नजदीक से देखते रहे। बैग ड्राप पर जमा किया सामान विमान में चढ़ रहा था, लाइन आगे बढ रही थी। हम अस्थायी सीढियों को चढ़ते हुए विमान में प्रवेश करते हैं।  गेट पर मुस्कुराती हुई एयर होस्टेस का स्वागत मिलता है और अपनी सीट के पास पहुंचकर बैठ जाते हैं। खिडकी का शटर खोलकर बाहर निहारते हैं। मोबाइल को फ्लाइट मोड में कर यथासंभव फोटो व सेल्फी लेते हैं। थोड़ी देर में विमान आगे सरकना शुरु होता है, कुछ वार्मअप के बाद जेट इंजन के

यात्रा वृतांत - मेरी पहली हवाई यात्रा, भाग1

चित्र
उत्तर से दक्षिण भारत की ओर - सफर 2 घंटे का भाग1 - नोएडा मेट्रो से दिल्ली एयरपोर्ट तक हवाई यात्रा हमारे लिए अब तक एक गहरे कौतुक और जिज्ञासा का विषय रही है। बचपन से ही घर-गाँव में आसमान में उड़ते हवाई जहाज, हेलीकोप्टर व जंगी जहाज देखते, तो आश्चर्य, रोमाँच और भय मिश्रित भाव से इनकी उड़ान निहारते रहते। कभी हम भी इस उड़ान का हिस्सा बनेंगे, तब यह सोचा न था। लेकिन कालक्रम में लगा कि अब यात्रा हकीकत बन सकती है, उसको फिल्मों से लेकर डोक्यूमेंट्रीज व फोटोज में देखकर, सुनकर एक धारणा बन रही थी कि आसमान से नीचे के दृश्य कैसे लगते होंगे, लेकिन प्रत्यक्ष इसका हिस्सा बनकर अनुभव करना एक अलग बात होगी, यह अहसास था। आज हमारी चिरप्रतीक्षित हवाई यात्रा का संयोग बन रहा था। हमारी यह पहली हवाई यात्रा थी। डोमेस्टिकर फलाइट के तहत इंडिगो हवाई सेवा से टिकट लिया गया था। सफर महज दो घंटे का था, दिल्ली से हैदरावाद का। हरिद्वार से नोएडा तक बस में और फिर नोएडा से हवाई अड्डे तक का सफर मेट्रो से तय होता है। दिल्ली में मेट्रो का सफर हमेशा ही स्वयं में एक रोचक एवं सुखद अनुभव रहता है। इस बार जाने से प