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लेखन कला, युगऋषि पं.श्रीराम शर्मा आचार्यजी के संग

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  लेखन प्रारम्भ करने से पूर्व मनन करने योग्य कुछ सुत्र 1 उत्कट आकांक्षा महान लेखक बनने की उत्कट अभिलाषा लेखक की प्रमुख विशेषता होनी चाहिए। वह आकांक्षा नाम और यश की कामना से अभिप्रेरित न हो। वह तो साधना के परिपक्व होने पर अपने आप मिलती है, पर साहित्य के आराधक को इनके पीछे कभी नहीं दौड़ना चाहिए। आकांक्षा दृढ़ निश्चय से अभिप्रेरित हो। मुझे हर तरह की कठिनाइयों का सामना करते हुए अपने ध्येय की ओर बढ़ना है, ऐसा दृढ़ निश्चय जो कर चुका है, वह इस दिशा में कदम उठाए। उत्कृष्ट लेखन वस्तुतः योगी मनोभूमि से युक्त व्यक्तियों का कार्य है। ऐसी मनोभूमी होती नहीं, बनानी पड़ती है। ध्येनिष्ठ साधक ही सफल रचनाकार बन सकते हैं।   2        एकाग्रता का अभ्यास लेखन में साधक को विचारों की एकाग्रता का अभ्यास करना पड़ता है। एक निश्चित विषय के इर्द-गिर्द सोचना और लिखना पड़ता है। यह अभ्यास नियमित होना आवश्यक है। मन की चंचलता, एकाग्रता में सर्वाधिक बाधक बनती है। नियमित अभ्यास इस अवरोध को दूर करने का एकमात्र साधन है। व्यायाम की अनियमितता के बिना कोई पहलवान नहीं बन सकता। रियाज किए बिना कोई संगीतज्ञ कैसे बन

यात्रा वृतांत कैसे लिखें?

                                                       यात्रा वृतांत लेखन के चरण निश्चित रुप में यात्रा वृतांत का पहला ठोस चरण तो यात्रा के साथ शुरु होता है। व्यक्ति कहाँ की यात्रा कर रहा है, किस भाव और उद्देश्य के साथ सफर कर रहा है और किस तरह की जिज्ञासा व उत्सुक्तता लिए हुए है, इनकी गहनता, गंभीरता एवं व्यापकता एक अच्छे यात्रा वृतांत के आधार बनते हैं तथा यात्रा वृतांत में रोचकता और रोमाँच का रस घोलते हैं और साथ ही ज्ञानबर्धक भी बनाते हैं। यात्रा वृतांत ज्ञानबर्धक बने इसके लिए यह भी आवश्यक हो जाता है कि यात्रा स्थल या रुट का पहले से कुछ अध्ययन किया गया हो। या कह सकते हैं कुछ रिसर्च की हो। पहले इसका एक मात्र साधन दूसरों के लिखे यात्रा वृतांत पढ़ना या वहाँ से घूम आए लोगों से की गई चर्चा होती थी। लेकिन आज इंटरनेट के जमाने में यह काम बहुत आसान हो गया है। लगभग हर लोकप्रिय ठिकानों पर ब्लॉग से लेकर वीडियोज मिल जाएंगे। बाकि कसर गूगल गुरु पूरा कर देते हैं, जिसमें किसी भी स्थान पर तमाम तरह की जानकारियाँ उपलब्ध रहती हैं। यहीं से यात्रा वृतांत में नूतनता लाने के सुत्र भी मिल जाते हैं, कि अब

ब्लॉगिंग - पहला कदम

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ब्लॉगर पर ब्लॉगिंग की शुरुआत करें कुछ ऐसे     यदि आप ब्लॉगिंग की दुनियाँ से अधिक परिचित नहीं है व ब्लॉगिंग करना चाहते हैं, तो आपका स्वागत है। यह पोस्ट विशेषरुप से ऐसे जिज्ञासु पाठकों के लिए लिखी जा रही है, जो अपना ब्लॉग शुरु करना चाहते हैं, लेकिन इसके बारे में अधिक नहीं जानते। यह पोस्ट आपको मो टा -मोटी कुछ ऐसे जानकारियाँ देगी, जो नए ब्लॉगर के लिए उपयोगी साबित होंगी व आप निर्बाध रुप में अपना ब्लॉग जारी रख सकेंगे व इसके क्रिएटिव एडवेंचर का हिस्सा बनेंगे। हमें याद है कि जब वर्ष 2013 में हमने अपना यह ब्लॉग शुरु करना चाहा, तो इसकी पहली पोस्ट डालने से कई माह लग गए। पहला कारण था उचित मार्गदर्शन का अभाव और दूसरा परफेक्ट समय का इंतजार। इस परफेक्शनिज्म के कुचक्र से अंततः हम अप्रैल 2014 में बाहर आते हैं और अपना पूरा साहस बटोर कर पहली पोस्ट के साथ ब्लॉगिंग की दुनियाँ में कदम रखते हैं।    इसी तरह सप्ताह-दस दिन के अन्तराल में अगली पोस्ट डालते जाते हैं और शेयर करते हैं। बीच-बीच में उत्साहबर्धक कमेंट्स मिलते गए, तो लगा कि कंटेंट सही दिशा में जा रहा है। हालाँकि अधिकाँश पोस्टों में